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रेलवे में नौकरी, ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाला दुसरा आरोपी दबोचा गया

एक आरोपी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर भेज चुकी है जेल

सगे दोनों भाइयों ने जालसाजी करके एक से डेढ़ तो दूसरे से की 10 लाख की ठगी

बलिया। खोदा पहाड़ निकली चुहिया वाली कहावत…. बुधवार की दोपहर करीब पौने तीन बजे मॉडल रेलवे स्टेशन के सामने बलिया-मालगोदाम रोड पर देखने को मिली, जहां एक चार पहिया वाहन से बाइक में टक्कर होने के बाद मारपीट हो गई और भगदड़ मच गई, तभी इसी दौरान रेलवे में फर्जी अधिकारी बनकर नौकरी और ठेका दिलाने वाले आरोपी आशुतोष मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जिला रोहतास बिहार को एसओजी टीम व कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया।

आरोपी के चार पहिया वाहन में दो-तीन अटैची का होना भी बताया जा रहा है। जिसकी पुलिस तहकीकात कर रही है। जबकि एक आरोपी राजीव रंजन मिश्रा पुत्र अंगद प्रसाद मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जनपद रोहतास बिहार को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। पकड़े गए दोनों आरोपी सगे भाई बताए जा रहे हैं।

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बता दे कि यूपी के प्रयागराज जिले के थाना गंगानगर निवासी सारंगपुर बहरिया प्रभाकर तिवारी पुत्र स्व जगदीश नारायण तिवारी निवासी सारंगपुर बहरिया ने बलिया शहर थाना कोतवाली में एक प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें आरोप लगाया है कि दिसम्बर 2023 में रिश्तेदारी में आयोजित एक शादी समारोह में राजीव रंजन मिश्रा और उसका भाई आशुतोष मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जिला रोहतास बिहार मिले। राजीव ने स्वयं को एडीआरएम मुगलसराय तथा अपने भाई आशुतोष मिश्रा को रेलवे में रेल ड्राइवर बताया। उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख रुपये खर्च करिए तो आपको हम दोनों भाई रेलवे में स्क्रैप का ठेका दिलवा देंगे।

मैं इन दोनों के जालसाजी को समझ नहीं सका और राजीव रंजन मिश्रा के खाते में 26 दिसम्बर 2023 को RTGS कर दिया था। इसके अलावा वह मेरी गाड़ी इनोवा कृष्टा गाड़ी को भी रेलवे में लगवाने को कहकर तीन महीने तक अपने पास रखा। जब पता चला कि दोनों ने मेरे साथ फ्राड किया है तो मैंने अपना पैसा मांगा तो उन्होंने 12 अक्टूबर 2024 को बलिया ओवर ब्रीज के पास बुलाया और वहां कुछ देर बात करने के बाद जान से मारने की धमकी देने लगे। उधर, इन्द्रकान्त मिश्रा पुत्र स्व बड़ेलाल निवासी सिगरा वाराणसी द्वारा भी तहरीर दिया गया कि कैंट रेलवे स्टेशन पर मेरी मुलाकात राजीव रंजन मिश्र नामक व्यक्ति से हुई, उसके द्वारा बताया गया कि उसकी नियुक्ति सीनियर सेक्शन इंजीनियर के पद पर मुगलसराय में है।

वाराणसी में कोई आवास रहने के लिए खोज रहा हूं और अस्थाई निवास खोज रहा हूं कुछ दिनों बाद मुझे सरकारी बंगला मिल जाएगा, मैं उसमें चला जाऊंगा। मैंने उनको कहा कि मेरे पास अपना क्वार्टर है उसी में आकर रहिए कुछ दिनों में कोई किराए का फ्लैट मिल जाएगा, तब चले जाइएगा। वह आकर मेरे साथ रहने लगे। इसी दौरान राजीव रंजन मिश्रा ने मुगलसराय रेलवे स्टेशन पर मुझे ले जाकर अपने भाई आशुतोष कुमार मिश्रा से मुलाकात कराई और बताया कि यह लोको पायलट है। राजीव रंजन मिश्रा के द्वारा कई बार रेलवे स्टेशन का टिकट भी कंफर्म कराया गया। राजीव रंजन मिश्रा ने मुझे वरिष्ठ अनुभव अभियंता होने के संबंध में अपना रेलवे का आई कार्ड भी दिखाया था। राजीव रंजन मिश्रा ने कहाकि अपने भाई से बात करके रेलवे में सेटिंग करा देंगे और नौकरी लग जाएगी। कुछ ही दिनों बाद राजीव रंजन मिश्रा ने बोला कि रेलवे में वैकेन्सी आ गई है। कुछ पैसा लगेगा आप दे दीजिए बाकी पैसा लगा देंगे आपका लड़का नौकरी करके मेरा पैसा लौटा देगा.

राजीव रंजन मिश्रा ने कहा कि 10 लाख रुपए की आवश्यकता है। नियुक्ति का कंफर्मेशन लेटर मिल जाएगा। राजीव रंजन मिश्रा द्वारा मुझसे मेरे पुत्र को नौकरी दिलाने के नाम पर 03 जुलाई 2023 को मेरे SBI एकाउंट से 1.25 लाख और 6.65 लाख चौबेपुर बैंक शाखा से धोखाधड़ी करके ले लिया। कुछ दिनों पश्च्चात राजीव रंजन मिश्रा ने मुझे बताया कि उसका स्थानांतरण हो गया है और अचानक गायब हो गया। मैं अपना पैसे मांगने गया तो दिनांक 13 अक्टूबर 2024 को वाट्सऐप काल से बलिया में ब्यासी पुल के पास बुलाया और पैसा वापस न करने की बात कहते हुए गाली गुप्ता देने लगा.

धमकी दिया कि दोबारा पैसे का नाम लिया तो जान से मार दुंगा। इस मामले में कोतवाली पुलिस ने दोनों के तहरीर के आधार पर धारा 318, 319, 316(2), 336(3), 338, 339, 340, 61, 352,351(2) BNS पंजीकृत कर आरोपी राजीव रंजन मिश्रा पुत्र अंगद प्रसाद मिश्रा निवासी कपसिया थाना कोचस जनपद रोहतास बिहार को पालीटेक्निक ग्राउन्ड से गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वही आरोपी के कब्जे से एक कार, 5000 रुपया नगद व एक फर्जी रेलवे का आईकार्ड, एक बैग में चार चैक बुक तथा समस्त प्रपत्र व एक मोबाइल, एक टैबलेट बरामद किया। इसी मामले में फरार चल रहे आरोपी आशुतोष मिश्रा को पुलिस गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया। इस बाबत सीओ सिटी गौरव कुमार ने बताया कि फरार चल रहे दूसरे आरोपी आशुतोष मिश्रा को भी गिरफ्तार न्यायालय भेज दिया गया है।


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Pradeep Gupta
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