नगर के ऐतिहासिक बालेश्वर मंदिर तिराहा स्थित ठाकुरबाड़ी मंदिर से आषाढ़ शुक्ल द्वितीया तिथि के पावन अवसर पर जगन्नाथ पूरी (पुरी) की तर्ज पर भगवान जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा पूरे श्रद्धा, उल्लास और परंपरा के साथ निकाली गई। मंदिर के सर्वाकार अंकित बरनवाल एवं पुजारी पंडित शत्रुघ्न पांडेय ने जानकारी देते हुए बताया कि संध्या 4:00 बजे भगवान जगन्नाथ, बलराम एवं सुभद्रा के पवित्र विग्रह को गर्भगृह से धूमधाम से पूजन-अर्चन के बाद रथ पर विराजमान कराया गया।
Month: June 2025
दिल्ली पब्लिक कान्वेंट स्कूल के समीर का नीट के रिजल्ट में दबदबा, AIR 390 रैंक
नगर के बहेरी/ मिड्ढा में संचालित दिल्ली पब्लिक कान्वेंट स्कूल बीते तीन दशक से अपने कामयाबी का डंका पूरे जिले में मचाता रहा है। इस बार भी सीबीएसई बोर्ड से लगायत अन्य परीक्षाओं में भी डीपीसीएस ने अपने छात्रों के मेधा का परचम लहराया है। इसी स्कूल के छात्र समीर अहमद ने नीट की परीक्षा में ऑल इंडिया 390 रैंक पाकर अपने मेधा का परचम लहराया है।
एसपी सिटी हॉस्पिटल में डॉक्टर ने पेट से निकाला 20 किलो का ट्यूमर
बलिया : सर्जरी के क्षेत्र में विगत कई वर्षों से अपना लोहा मनवाने वाले एसपी सिटी हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ. ए. के. गुप्ता ने लखनऊ से लौट चुकी मरीज का 20 किलो का ट्यूमर पेट से बाहर निकाल कर अपने सफलतम ऑपरेशनों में एक और कामयाबी जोड़ लिया है। जिसकी चाहूंओर चर्चा है।
बता दें कि बलिया में क्रिटिकल सर्जरी से अपने मरीज को बचाना लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में चिकित्सकों से लोगों का भरोसा भी उठने लगा था। तभी एक महिला मरीज के पेट में बने बड़े ट्यूमर को निकालना कम चुनौती नहीं था। फिर भी एसपी सिटी के चिकित्सक डॉ ए के गुप्ता ने यह ऑपरेशन कर सफलता हासिल कर लिया। एक महिला विगत कई महीनो से अपने ट्यूमर के इलाज के लिए इधर-उधर भटक रही थी। उसने बलिया से लेकर लखनऊ तक के कई अस्पतालों का खाक छाना।
शिक्षा उद्योग नहीं कि घाटा लगते ही बंद करने लगे सरकार, मर्जर योजना से गरीबों के बच्चों के शिक्षा पर पड़ेगा असर : कान्हजी
प्रदेश सरकार द्वारा कम छात्र संख्या का बहाना बनाकर प्राथमिक स्कूलों के मर्जर योजना का शिक्षक संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश सीनियर बेसिक शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय कान्हजी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में गरीब का बच्चा पढ़ता है। जबकि सरकार इन विद्यालयों को निवेश का जरिया मान रही है। यह कोई उद्योग नहीं है कि निवेश में घाटा लगते ही उसे बंद कर दिया जाए।
वेंकटेश प्रकरण की हो निष्पक्ष जांच : आईएमए
विजिलेंस टीम द्वारा गिरफ्तार कर बांसडीह सीएचसी अधीक्षक वेंकटेश मौआर को जिला जेल वाराणसी में डाला गया था। जहाँ पा उनकी संदिग्ध हाल में मौत हो गयी थी। बलिया मेडिकल एसोसिएशन (आई एम ए बलिया ) व बलिया नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों ने हरपुर तिराहा स्थित डॉ अनिल सिंह के क्लिनिक पर शोक सभा का आयोजन किया है। जिसमे गतात्मा की शांति के लिए दो मिनट मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना किया। इस दौरान साजिश के तहत फर्जी मुकदमे में बांसडीह सीएचसी अधीक्षक वेंकटेश मौआर को फंसाए जाने की घोर निंदा किया।
बलिया में बेकाबू डीसीएम ने सड़क पर मचाया तांडव, दो की मौत, नौ लोग घायल
Breaking News : एनएच-31 से सटे सागरपाली-बैरिया-थम्हनपुरा मार्ग पर सोमवार की शाम उस समय हड़कम्प मच गया, जब एक डीसीएम बेकाबू हो गया। तीन अलग-अलग जगहों पर लोगों को टक्कर मार दी। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई, जबकि नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद ग्रामीणों ने पीछा कर डीसीएम को करंजा बाबा तर के पास पकड़ लिया। बाद में पुलिस ने डीसीएम को अपने कब्जे में ले लिया।
घूस के आरोप में गिरफ्तार सीएचसी अधीक्षक की जेल में मौत, उठे कई सवाल
उप्र सर्तकता अधिष्ठान वाराणसी की टीम द्वारा गुरूवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी कक्ष से बीस हजार रूपया घूस लेते गिरफ्तार सीएचसी अधीक्षक बांसडीह 45 वर्षीय वेंकटेश मौआर का जिला जेल वाराणसी में ह्रदय गति रूकने से सोमवार को मौत हो गई है। मौत की सूचना मिलते ही स्वास्थय विभाग व जनपद में शोक व्याप्त हो गया।
आवाज़ ए हिंद के संस्थापक सुशांत राज ने सरकार के व्यवस्था को कोसा
बलिया। आवाज़ ए हिंद के संस्थापक सुशांत राज भारत ने अपने साथियों के साथ बांसडीह विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न जगहों पर लगे आरो प्लांट का दौरा किया। जिसमें पाया कि लगभग सभी आरो प्लांट खराब है और जनता के लिए कोई भी पानी की सुविधा नहीं मिल पा रही है। सुशांत राज भारत ने कहा कि जनता के टैक्स के पैसे से लगे सभी आरो प्लांट चट्टी चौराहों पर व्यापारियों तथा राहगीरों के लिए इस भयंकर गर्मी में राहत प्रदान कर सकते थे। लेकिन दु:ख के साथ कहना पड़ रहा है कि यह सभी आरो प्लांट खराब है और शीतल जल पीने की उम्मीद से जब कोई प्लांट के पास जाता है तो उदास होकर लौटता है और सोचता है कि आखिर ये आरोप प्लांट लगाए क्यों गए हैं। ? दरअसल सच्चाई यह है की सरकारी योजना के अनुसार प्लांट लगा दिए गए, कमीशन खोरी हो गई, जनप्रतिनिधि से लेकर अधिकारी तक, अधिकारी से लेकर ठेकेदार तक सब ने पैसा बना लिया। अब जनता को पानी मिले या ना मिले उन्हें इससे कोई मतलब